चोरी, व्यभिचार या घर से भागने के आरोपी कई पुरुषों और महिलाओं को सार्वजनिक रूप से कोड़े मारने की कई घटनाओं के बाद अब पहली बार तालिबान ने एक शख्स को सार्वजनिक तौर पर मौत की सजा दी है। अफगानिस्तान में पश्चिमी फराह (Western Farah) प्रांत के फुटबॉल स्टेडियम में मृतक के पिता की ओर से दोषी पर असॉल्ट राइफल से तीन गोलियां चलवाई गईं। इसे देखने के लिए सैकड़ों दर्शकों सहित एक दर्जन से अधिक तालिबान अधिकारी और मंत्री जुटे। कुछ यह देखने के लिए राजधानी काबुल से आए थे।
शिकार व्यक्ति की पहचान हेरात प्रांत (Herat province) के ताजमीर (Tajmir) के रूप में हुई है, उसे पांच साल पहले एक अन्य व्यक्ति की हत्या करने और उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन चोरी करने का दोषी ठहराया गया था। मृतक की पहचान पड़ोसी फराह प्रांत के रहने वाले मुस्तफा (Mustafa) के रूप में हुई है।
पीड़ित के पिता ने तीन बार मारी गोली
तालिबान सरकार के शीर्ष प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) के एक बयान में कहा गया है कि पीड़ित परिवार द्वारा अपराध का आरोप लगाने के बाद तालिबान सुरक्षा बलों ने ताजमीर को गिरफ्तार कर लिया था। बयान में यह नहीं बताया गया कि गिरफ्तारी कब हुई, लेकिन कहा कि ताजमीर ने कथित तौर पर हत्या की बात कबूल कर ली है। मुजाहिद ने कहा कि ताजमीर को मुस्तफा के पिता ने बुधवार को राइफल से तीन बार गोली मारी थी।
सोच-समझ कर लिया फैसला
मुजाहिद ने कहा कि देश की तीन सर्वोच्च अदालतों और तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा (Mullah Haibatullah Akhunzada) द्वारा अनुमोदन के बाद ‘यह सजा देने का निर्णय बहुत सावधानी से सोच-समझकर किया गया था।’ यह घटना पिछले महीने अखुंदजादा द्वारा न्यायाधीशों को इस्लामी कानून (Islamic law) के पहलुओं को पूरी तरह से लागू करने का आदेश देने के बाद आई है जिसमें सार्वजनिक फांसी शामिल है।