चतरा (awaz-live) : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों को दरकिनार कर जिला के हंटरगंज प्रखंड में निरंजना नदी का सीना छलनी करने वाले बालू तस्करों पर उपायुक्त अंजली यादव व पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन के निर्देश पर जिला टास्क फोर्स का वार हुआ है।
जिला खनन पदाधिकारी रवि सिंह के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में हंटरगंज थाना क्षेत्र के नागर के निकट छेछीमंजार मौजा में छापामारी कर दो अवैध बालू डंप को सीज किया गया है।
इस आशय की जानकारी देते हुए जिला खनन पदाधिकारी रवि सिंह ने बताया कि लगातार शिकायत मिल रही थी कि हंटरगंज प्रखंड क्षेत्र में अवैध बालू माफिया सक्रिय हैं, जो अवैध रूप से भंडारण कार्य में लगे हैं। शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि एक स्थल से 36 ट्रैक्टर व एक अन्य स्थल से 40 ट्रैक्टर बालू जब्त किया गया।उन्होंने बताया कि एक जमीन मालिक शंभु मिस्त्री की पहचान हो गई है एवं अन्य की पहचान की जा रही है।
खनन पदाधिकारी ने आगे बताया कि इस संबंध में जमीन मालिकों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावे बालू का अवैध भंडारण करने वाले कई अन्य लोगों को भी चिन्हित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसी कीमत पर बालू का अवैध उत्खनन और भंडारण नही होने दिया जाएगा। गौरतलब है कि एनजीटी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए स्थानीय स्तर पर कई लोगों द्वारा निरंजना नदी से अवैध रूप से बालू की निकासी की जा रही है।
उपायुक्त के आदेशानुसार स्थानीय स्तर पर अंचलाधिकारी मिथलेश कुमार ठाकुर की अगुवाई में टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इस टास्क फोर्स को स्थानीय पुलिस की सहयोग से अवैध बालू और अवैध पत्थर खनन पर निगरानी रखते हुए कार्रवाई करनी है। परंतु कार्रवाई करने के बजाय टास्क फोर्स के अगुवा ही अवैध तस्करों को संरक्षण देते हैं।
इस पूरे प्रकरण में स्थानीय पुलिस की भूमिका भी कम संदिग्ध नहीं है। इन अवैध बालू तस्करों को स्थानीय पुलिस प्रशासन व अंचल प्रशासन की शह मिली हुई बताई जाती है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद भी अंचलाधिकारी मिथलेश ठाकुर ने कार्रवाई करनी उचित नहीं समझी।
पिछले 04 सितंबर को उपायुक्त अंजली यादव की अध्यक्षता में हुई जिला टास्क फोर्स की बैठक में अवैध बालू खनन पर कार्रवाई के आदेश के बाद जिला स्तर पर जिला खनन पदाधिकारी के नेतृत्व में कार्रवाई की गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उपायुक्त द्वारा अवैध उत्खनन में फिसड्डी साबित होने के आरोपों पर हंटरगंज अंचलाधिकारी मिथलेश ठाकुर को फटकार भी लगी थी।
इस फटकार का नतीजा यह हुआ कि अंचलाधिकारी ने आनन-फानन में सोमवार को तीन-चार खाली ट्रैक्टर पकड़कर अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर ली थी। बहरहाल जिला टास्क फोर्स द्वारा की गई कार्रवाई ने अवैध बालू तस्करों की नींद उड़ा दी है।