धनबाद। जिले में कोयले के काला खेल का बादशाह कतरास का ‘टुडू सरदार’ के नाम से प्रचलित है। इसके आशीर्वाद से कोयले का एक टुकड़ा भी कोई नहीं क्षेत्र से उठा सकता। यही कारण है कि कोयला चोरों ने अपने ‘सरदार’ को ‘सरकार’ की संज्ञा दे दी है। टुडू सरदार का अभय को संरक्षण प्राप्त है। कोयला तस्करी का पूरा खेल अभय खेलता है और इसकी सुरक्षा की जिम्मेवारी टुडू की है। क्षेत्र में सरकार का तकरीबन 15 साइड संचालित है, जहाँ से 70 से 80 ट्रक अवैध कोयला प्रति दिन निकलता है। चोरी का आधा कोयला धनबाद के कई हार्डकोक प्लांट में पहुँचता है तो वहीं आधा यूपी के बनारस की मंडी में सज जाता है।
कैसे पड़ा सरदार टुडू का नाम
कोयलांचल में कोयले की लूट के खेल में अपना लोहा मनवाने वाले टुडू कोयला चोरी में इतना विख्यात हुआ कि इसके आगे सभी कोयला तस्कर घुटने टेक दिए। कई छोटे तस्करों ने तो यह धंधा ही छोड़ दिया। अवैध कोयले में अपना बाहुबल दिखाते हुए इतना आगे बढ़े की लोगों ने इसे टुडू सरदार की संज्ञा दे दी।
टुडू एंड कंपनी का किन लोगों के साथ साइट पर चलता है काला खेल
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टुडू एंड कंपनी का कई क्षेत्रों में अवैध कारोबार संचालित है। जानकारी के अनुसार तेतुलमारी थाना बाबुन पम्प के दाहिने रिंकू और अभय का चल रहा अवैध कारोबार वहीं बसेरिया थाना, बरोरा काको मठ के पीछे अभय का, रामकनाली थाना कतरी नदी के बगल में अभय का, गजलीटांड़ थाना अंगार पथरा (लालटेन) भेलू और अभय का, रामकनाली थाना बुट्टू बाबू के बांग्ला सलानपुर अभय और रंजीत का साम्राज्य चल रहा। इन सभी में एक कॉमन नाम अभय का है जो हर जगह काबिज है।
कुछ हार्डकोक प्लांट को छोड़ सभी लेते हैं कोयले
धनबाद में जितने भी हार्डकोक प्लांट हैं उनमे कुछे एक प्लांटों को छोड़ ज्यादातर प्लांटों में टुड्डु सरकार एंड कंपनी का ही कोयला पहुँचता है। जानकारी के अनुसार इन प्लांटों में वैध माइनिंग के कागजात भी उपलब्ध नहीं हैं।
जेसीबी, हाइवा, टेम्पो और पिकअप से किया जाता है कोयले को एकत्र
टुडू-अभय कंपनी ने अवैध उत्खनन के लिए कई मशीनें भी रखी है ताकि ज्यादा से ज्यादा कोयला का उठाव कर सकें। जानकारी के अनुसार इनके सभी साइटों पर अवैध माइनिंग और कोयले को इकठ्ठा करने के लिए कई जेसीबी मशीन, पिकअप वेन, टेम्पो, हाइवा का उपयोग किया जा रहा है। इन जगहों पर दिन और रात दोनों शिफ्ट में काम किया जाता है।
मीडिया के नाम पर भी लगता है हिस्सा !
चर्चा है कि कोयला चोरी को लेकर कुछेक मीडिया तक भी हिस्सा पहुंचाने की बात इस कोयला चोरों द्वारा कही जाती है। मीडिया को बदनाम करने की लिए ये लोग कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बिकाउ लोग मीडिया के लोग तो बिल्कुल नहीं हो सकते। कहीं ना कहीं ऐसे लोग इसी गैंग को लाभ पहुंचाने के लिए मीडिया के रुप में काम कर रहे हैं।