लखीमपुर हिंसा मामले में जेल गए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को गुरुवार को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा लखीमपुर की हिंसा के मामले में जेल गए थे। आशीष मिश्रा के ऊपर हिंसा के दौरान किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाया गया था। जिसके बात पुलिस ने आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एसआईटी ने की है जांच
लखीमपुर में किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा द्वारा किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में एसआईटी को जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी। एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया था। चार्ज सीट में एसआईटी ने यह स्पष्ट किया था कि घटना के दौरान आशीष मिश्रा मौके पर ही मौजूद थे। एसआईटी की 4 सीट में इस बात का जिक्र होने से पहले अजय मिश्र टेनी की ओर से यह दावा किया जा रहा था कि घटना के दौरान आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद नहीं थे।
अजय मिश्रा ट्रेनी ने एक बयान देते हुए कहा था कि घटना के दौरान आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद नहीं था, अगर कोई सबूत मिलता है जिससे यह साबित होता है कि आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद था तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में यहां तक स्पष्ट किया है कि जिस दौरान घटना हुई उस दौरान आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद थे और कार में बैठे हुए थे।
कई लोगों की गई थी जान
लखीमपुर हिंसा मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया था। इस घटना के दौरान कई लोगों की जान गई थी। जिसमें 4 किसान भी शामिल थे, पत्रकार की भी मौत हुई थी। मामले के बाद विपक्ष भारतीय जनता पार्टी पर हावी हुआ था और आशीष मिश्रा टेनी से इस्तीफा की मांग हुई थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अजय मिश्रा से इस्तीफा नहीं लिया है।