बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन भारतीय शटलरों ने शानदार प्रदर्शन किया। वुमेंस सिंगल्स में पीवी सिंधु ने औप मेंस सिंगल्स में लक्ष्य सेन ने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। भारत को अबतक 20 गोल्ड मेडल मिल गया है। वह पदक तालिका में न्यूजीलैंड को पछाड़कर चौथे नंबर पर पहुंच गया।
लक्ष्य सेन ने मलेशिया के एंग जे यॉन्ग को 2-1 (21-9, 21-16) से हराया। वहीं सिंधु ने बैडमिंटन में महिला एकल के फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को 2-0 (21-15, 21-13) से हराया। टेबल टेनिस में मेन्स सिंगल्स मुकाबले में जी साथियान ने इंग्लैंड के ड्रॉन्कहेल को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। अब बैडमिंटन मेन्स डबल्स के गोल्ड मेडल मैच में सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी पर दारोमदार है।
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के आखिरी दिन भारतीय प्रशंसकों को अचंता शरत कमल और मेन्स हॉकी टीम से भी गोल्ड की उम्मीदें हैं। देश ने अबतक कुल 20 गोल्ड के साथ 58 पदक हासिल किए हैं। बता दें कि बर्मिंघम में रविवार का दिन भारत के लिए सुपर संडे साबित हुआ। रविवार को भारत ने सबसे ज्यादा 15 पदक हासिल किए। इसमें से 5 स्वर्ण पदक रहे।
देश को सबसे ज्यादा 12 मेडल रेसलिंग में मिले हैं। वहीं वेटलिफ्टिंग में 10 मेडल मिले हैं। गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारतीय एथलीटों ने कुल 66 पदक, 26 स्वर्ण और 20 रजत और 20 कांस्य जीते थे। देश मेजबान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे स्थान पर रहा था। इस बार निशानेबाजी के होने से नुकसान हुआ है। गोल्ड कोस्ट में 66 पदकों में से इस स्पर्धा में 16 पदक मिले थे।